प्रगति और उन्नति मनुष्य का नैसर्गिक अधिकार है।
विश्व के अनेक देशों में रक्तवर्णी धमाकों के क्षेत्र में अभियंताओं और सॉफ्टवेयर वर्ग का वर्चस्व देख कर शिक्षक वर्ग में छाई हीनभावना को दूर करने का महत्वपूर्ण कार्य किया है श्री #RiyazNaikoo जी ने..
निशब्द हैं हम..!
आभार..!
शिक्षकों का आत्मविश्वास तो तभी हिल गया था जब तीन बरस पहले एक शिक्षक के नादान बेटे का मर्सिया दरखा बट्ट द्वारा पढ़ा गया.
हिंदुस्तानी फौज ने काम जो तमाम कर दिया उसका.
क्या दोष था बेचारे का?
मेहनत कर के हिजबुल में नाम रोशन किया था उसने.
आज देश का हर शिक्षक खुशी से फूला नहीं समा रहा.
प्रतिक्रिया देखिए..
हिंदी वाले -
ये गणित वालों की हर जगह आगे रहने की बीमारी कब जाएगी..?
अंग्रेजी वाले -
Now Mathematics teacher would always be served first..First come first served..
History teacher :
इतिहास साक्षी है गणित ने सदैव differentiation ज्यादा किया है
Integration कम..
केमिस्ट्री टीचर -
मैन्यूफेक्चरिंग, R&D का काम है अपना..
लंबा चौड़ा है..
एजेंसियों ने चाहा तो जल्दी ही अपना भी कोई बंदा निकल ही जाएगा..
फास्फोसल्फल्ला..
😭
भविष्य के गणित के मशहूर होने वाले शिक्षक..
ये आर्मी वाले गणित समझते ही नहीं..
Radicals को Rationalise करने की बजाय Neutralise कर देते हैं..🤪🤪
जयहिन्द ।
अक्षिणी
Akshini ji ne is lekh me bahut satik vyangya kiya hai.aap bahut badhai ke patra hain
जवाब देंहटाएंधन्यवाद। आपका सहयोग बना रहे..
हटाएंमर्सीया दरखा बट्ट द्वारा पढ़ा गया । 😀
जवाब देंहटाएंआपको अच्छा लगा..
हटाएंआभार..
Ati sunder. Ek maths hi itna proudly likh sakta hai😊
जवाब देंहटाएंधन्यवाद। 🙏
जवाब देंहटाएंआभार..
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