शिकंजी उदयपुरी..
मंगलवार, 19 मई 2020
कुछ कहें..
जो समझ पाएं तो क्या कुछ कहें,
ना भी समझ पाएं तो क्यूँ कुछ कहें..
जो ठहर जाएं तो बहुत कुछ कहें,
कह के गुज़र जाएं कि क्या कुछ कहें..
अक्षिणी ..
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