सोमवार, 27 अप्रैल 2020

खेजड़ी..

आ धोरां री बिंदणी
थार री कणी
रेत मा थणी सांगरी 
मरवण आपे जीवणी
मिनख जिनावर
आस दीवणी
बारा मास
आ बणी ठणी
जेठ मां फळी 
सदा सुहागण 
खेजड़ली.
*खेजड़ी थार का कल्पवृक्ष,मरुधरा की जीवनरेखा कहा जाता है.
कहते हैं यह जेठ में भी हरा रहता है.
केर सांगरी की सब्ज़ी में सांगरी इसी का फल होता है। 

रविवार, 26 अप्रैल 2020

दिन बंजारे..

दिन बंजारे,
जाग के हारे..
रात की पल-पल,
बाट निहारे..

दिन बंजारे,
मोह के मारे..
रात की देहरी,
मौन बुहारे..

दिन बंजारे,
धूप सहारे..
रात की झोली,
चाँद सितारे..


अक्षिणी 

शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020

क्या जाने..

क्या जाने हँसता है कि रोता है देख के दुनिया वो,
तय है कि उसे फ़ख्र न होता है देख के दुनिया को..

आ ही जाता जमीं पे अगरचे आ ही पाता वो,
जो कर ही जाता तो कहां ईश्वर कहलाता वो?





अक्षिणी 

बुधवार, 22 अप्रैल 2020

तेरी हो के मेरी..

गलत नहीं,ना सही,दुनिया में शै कोई,
बात आदत की है,फिर तेरी हो के मेरी..

मुश्किल हालात सही,फूल बारात नहीं,
बात हिम्मत की है,फिर तेरी हो के मेरी..

तू नहीं, ना सही, यूँ कभी मेरे साथ कहीं,
बात फितरत की है,फिर तेरी हो के मेरी..

तल्ख अल्फाज़ सही, सख़्त अंदाज सही,
बात कीमत की है, फिर तेरी हो के मेरी..

सुबह नहीं,ना सही, स्याह बस रात सही, 
बात किस्मत की है, फिर तेरी हो के मेरी..

अक्षिणी ..

मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

बिखरे लम्हे..

इज़हार पे पाबंदी,इकरार पे पहरे हैं,
अंदाज-ए-बयानी के राज़ ये गहरे हैं..

जुस्तजू-ए-क़फ़स हो के ज़ज्बे ज़िंदगी,
आग़ाज़ भी तन्हाई अंजाम भी तन्हाई ..

आगाज़ तो होता है या रब,अंजाम नहीं होता,
जब तलक मेरी कहानी में वो नाम नहीं होता..

क्यूँ चुप रहें और सहें खुदाया
अगरचे चुप रह के पछताएं ..
है गर नतीजा एक ही तो है बेहतर,
कि कर के कुछ अर्ज़ पछताएं..

वक्त के पन्नों पर सैंकड़ों किस्से हैं,
कौन जाने कौनसा आपके हिस्से है..

ये ट्विटर है मेरे यार..
शब्दों और शब्दों का संसार,
शब्दों के परे पढ़ना है बेकार..
न कुछ पंक्तियों के दरमियां,
ना पंक्तियों के आर पार..

सोमवार, 6 अप्रैल 2020

Write my friend..

Dear friend,
Write what you live,
Live what you write.
No scope whatsoever, 
to tinker what you write.

Write if you must,
Write what you must.
Have faith in yourself,
Words must you trust.

Write if you feel,
Write what you feel.
Feel what you write,
See, not a big deal.. 

Write if you read,
Read if you write.
Be a worm of words,
Write what you bite..

Write if you think,
Write if you blink..
For word is a ship,
Don't let it ever sink..

Akshini