शिकंजी उदयपुरी..
रविवार, 26 अप्रैल 2020
दिन बंजारे..
दिन बंजारे,
जाग के हारे..
रात की पल-पल,
बाट निहारे..
दिन बंजारे,
मोह के मारे..
रात की देहरी,
मौन बुहारे..
दिन बंजारे,
धूप सहारे..
रात की झोली,
चाँद सितारे..
अक्षिणी
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