रविवार, 23 जुलाई 2023

गौरव गान..

निज थाति पर मान बहुत
निजकर्मन का भान कहाँ
माँ-माटी का गान बहुत
माँ-बेटी का ध्यान कहाँ?

भारत का गौरव गान तभी
माँ-बहनों का जब मान रहे
कोरे शब्दों-गीतों से कैसे
भारत माँ का अभिमान रहे?

राष्ट्र प्रथम के स्वर गुंजित
राष्ट्रचरित की पहचान कहाँ
मदांध जब निज हित साधन
देशराग-ओ गौरवगान कहाँ?

~अक्षिणी

शुक्रवार, 14 जुलाई 2023

पानी..

मर जाता है आँख का पानी,
पलटता है हर कोस पर पानी..
पिया करते हैं लोग घाट-घाट का पानी,
पचता नहीं भाँत-भाँत का पानी..
बोलता है सर चढ़ कर,छलकता है पानी,
अपनी पर आए तो लील जाता है पानी..
कटता है,बँटता है खेत- खलिहान का पानी,
पानी की जात क्या पर जाता नहीं जात का पानी..

ठहरता नहीं उतर ही जाता है नयी बरसात का पानी,
साँस लेता है अभी मुझमें गाँव-देहात का पानी..


*जात~प्रकार