अजीबोगरीब लिबास और
ऊटपटांग केशविन्यास,
कमसिन हाथों में सिगरेट और
सेल्फी के अंदाज़,
उम्र और जन्म को नकारते
अधेड़ों के पहलू में युवा हसीन,
कोने में उपेक्षित खड़ा साहित्य
माँग रहा तवज्जो की भीख.
ये हर्फों का मेला है किताबों का त्योंहार,
साहित्यसेवा का मौका है निपट व्यापार..
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