शिकंजी उदयपुरी..
सोमवार, 16 जनवरी 2017
कुर्ता
रा गा खड़ा बाज़ार में कुर्ता फाड़े आज,
इन्दिरा नेहरू रो पड़े आए ना इसको लाज.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें