जग तो रहेगा, हम रहे न रहे.
कुछ तो रहेगा, सब रहे न रहे.
दुख तो रहेगा, सुख रहे न रहे.
रब तो रहेगा, कोई रहे न रहे.
अब तो रहेगा, कल रहे न रहे.
अक्षिणी भटनागर
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