सोमवार, 11 नवंबर 2019

चिता के फूल..

      रोज मरते हैं  
      खाक होते हैं  
      फिर उठते हैं 
      अपनी ही 
      चिता के फूल
      चुनने के लिए 
      और जी उठते हैं  
      एक बार फिर
      फिर एक बार 
      मरने के लिए..

        अक्षिणी

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