लो आज सुण्यो है नाहरियो स्याला रे संग सोयो है..
शिव सेना रो सूरजड़ो बादल री ओटां खोयो है..
राज रे खातर माँ बदली है..
ताज रे खातर बाप बिक्यो है..
लो आज सुणी है सेना रो बनवास टुट्यो है,
आ बात सही है शिव सेना रो हाथ खुल्यो है..
कुर्सी रे खातर माँ बदली है..
कुर्सी रे खातर बाप बिक्यो है..
लो आज सुण्यो है जनता रो विश्वास टुट्यो है,
हाँ साँच सुण्यो है पुरखाँ रो आसीरवाद छुट्यो है..
सत्ता रे खातर माँ बदली है ..
सत्ता रे खातर बाप बिक्यो है..
लो आज सुण्यो है मराठा हिंदवाणी सूरज डूब्यो है,
साफ सगत फेर म्हारा भारत रो भाग डुब्यो है..
स्वारथ रे खातर आस बिकी है,
लालच रे खातर मान बिक्यो है..
अक्षिणी