खाट लाट की हो या भाट की,
बस होनी चाहिए पूरे पाट की.
खाट लोहे की हो या काठ की,
होती है गवाह खूब ठाठ-बाट की.
खाट पै होती चर्चा लाट की,
जनता की और राज पाट की.
खाट लेटी हो तो खर्राट की,
खाट खड़ी हो तो खुर्राट की.
खाट की बात बाट-बाट की,
खाट की जात घाट-घाट की.
बहुत हो गई बात खाट की,
इब खाट सर पै ले नाट गी..
अक्षिणी भटनागर
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