शिकंजी उदयपुरी..
सोमवार, 15 मार्च 2021
क़तरा-दर-क़तरा..
क़तरा-दर-क़तरा वो धूप जिया करती है,
इक चिलमन यूँ तेरी बात किया करती है..
~शिकंजी
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