शिकंजी उदयपुरी..
सोमवार, 26 जुलाई 2021
बीता हुआ एक और साल..
दिखने लगे हैं इन दिनों,
चेहरे पे बीते वो साल..
सलवटों में हो रहा बयां,
बदलते मौसमों का हाल..
कहने को हुजूर..
हैं आज भी कमाल,
कर रहे हैं चुगली मगर..
बालों में चाँदी के चंद तार,
मुबारक हो जनाब,
ये ठहरी हुई बहार..
बीता हुआ एक और साल..
~अक्षिणी
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