गुरुवार, 15 अगस्त 2024

स्वतंत्रता के माने क्या?

स्वतंत्रता के माने क्या?
आज़ादी के बहाने क्या?
बंधन सब खुल जाने भर?
आज़ादी के अफसाने भर?
कुर्सी की सेवा टहलाने भर?
जेब भरने के बहाने भर?
सेंधमारी हर ख़ज़ाने पर?
लाज-शर्म सब मर जाने पर?
रेतों से पुल चुनवाने भर?
देश-धर्म सब बिक जाने भर?
नियत के भर ना पाने भर?
जनता का पैसा खाने भर?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें