स्वतंत्रता और संप्रभुता के
वर्ष अठत्तर तुझे प्रणाम
जल थल नभ ऊर्जा से सिंचित
वंदन प्रखर तुझे प्रणाम
जन गण मन प्रमुदित मुखरित
हे विश्व प्रवर तुझे प्रणाम
वेदांगी दुर्वा से पोषित भारत के
हे सत्य सनातन तुझे प्रणाम
हिमगिरि के मिति क्षितिज पर
विचरित ओ मधुकर तुझे प्रणाम
कोटि-कोटि कंठों से गुंजित,
जय भारत के आल्हादित
स्वर तुझे प्रणाम..
जय हिंद। जय भारत।।
स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं
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