सहज सदा नया कुछ कर जाना,
नयी नींव पर मंजिल कर जाना..
सुधार कोई सरल नहीं है जग में,
कठिन बहुत बिगड़े को बनवाना..
सब जंजीरें तंत्र की जंग लिए होंगी,
कड़ियाँ अटकी,भटकी,उलझी होंगी..
जलना होगा तुझको, तपना होगा,
सरल नहीं होगा लोहे को पिघलाना..
अड़ना होगा तुझको,लड़ना होगा,
अपनी हर बात पर डटना होगा..
हारना मत तुम बस चलते जाना,
बाधाओं को साध तुम बढ़ते जाना..
~अक्षिणी
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