दो अक्टूबर का दिन है महान,
जय जवान जय किसान..
भारत माँ के दो पुत्र महान..
भारत की गर्वी संतान..
गाँधी जी थे सच्चे ईंसान,
सत्य-अहिंसा का ज्ञान..
शास्त्री जी थे कर्मयोगी,
सादा जीवन थी पहचान..
दो अक्टूबर का दिन है महान
जय जवान जय किसान..
कदम-कदम पर हत्यारे थे..
कदम-कदम पर अँधियारे..
जान हथेली पर रख कर..
दोनों ने भारत की लाज बचाई..
दो अक्टूबर का दिन है महान
जय जवान जय किसान..
अँग्रेज़ी सत्ता का दर्पी शीश झुकाया,
भारत को नयी राह चलाया..
स्वाभिमान की अलख जगाई..
भारत को सच्ची राह दिखाई..
दो अक्टूबर का दिन है महान
जय जवान जय किसान..
आज नया हम प्रण कर जाएँ
सत्य अहिंसा को अपनाएँ..
भारत में फिर विश्वास जगाएँ..
स्वदेशी को हम अपनाएँ..
भारत का हो फिर नव निर्माण.
दो अक्टूबर का दिन है महान
जय जवान जय किसान..
जय विज्ञान, जय अनुसंधान..
जय जय भारत देश महान..
~अक्षिणी