सोमवार, 25 मार्च 2019

वो शादी की तस्वीरें..

वो शादी की तस्वीरें ..
अब पहचानी नहीं लगती,
वो चोरों का राजा तो लगता है..
मैं रूप की रानी नहीं लगती..

कुपोषित सिमटी
कोमल सी जो बैठी है
ये खाती पीती मुटियायी सी
महारानी नहीं लगती..

अनुभव से जो हासिल है,
बालों में चांदी नहीं दिखती..
मेरे बच्चों के बापू की
ये तस्वीर सुहानी नहीं लगती..

देखी सी तो लगती है मगर
अपनी ये कहानी नहीं लगती..
भोली भाली अब भी है मगर
ये लड़की वो दीवानी नहीं लगती..

वो शादी की तसवीरें अब,
पहचानी नहीं लगती..

अक्षिणी..

गुरुवार, 21 मार्च 2019

हँसगुल्ले

होली है..
हँसोड़ो को हँसगुल्ले मिलेंगे
बतोड़ो को बतगुल्ले
लतोड़ो को लतगुल्ले
मिठोड़ो को रसगुल्ले मिलेंगे
गपोड़ो को गपगुल्ले
दूर रहें मुँहफुल्ले सड़गुल्ले 
उन्हें मिलेंगे 
बड़कुल्ले के दही भल्ले ..
होली है..
~अक्षिणी

शुक्रवार, 15 मार्च 2019

अज्ञानी अक्षिणी..

अनुभूति और अनुश्रुति से
अक्षरों के अनुनाद की अनुगूँज तक..
कच्ची पक्की सी हैं मेरी कविताएं..
अभिभूत हूँ अनुकृपा से,
अनादि अनंत की..
मैं अकिंचन प्राणी..
अज्ञानी अक्षिणी  ..